प्रधानमंत्री मोदी के ने नेतृत्व में भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ वार्ता फिर चर्चा में आई है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे100 से ज्यादा आतंकियों को मारा गया। वहीं, आज (11 मई 2025) हुई इस वार्ता में दोनों देशों ने युद्धविराम का फैसला किया। यह पोस्ट डीजीएमओ वार्ता, ऑपरेशन सिंदूर और हाल की घटनाओं पर प्रकाश डालेगा।
डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच प्रमुख संवाद चैनल है। यह सीमा पर गोलीबारी, सैन्य गतिविधियों और युद्धविराम जैसे मुद्दों पर बात करता है।
11 मई 2025 को हुई वार्ता खास है क्योंकि दोनों पक्षों के बीच तीन दिनों से तीखी सैन्य टकराव चल रही थी। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने युद्धविराम का ऐलान किया, लेकिन सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी जारी रही।
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकियों को टारगेट किया। इसमें 100 से अधिक आतंकियों को मारा गया। इन आतंकियों ने पुलवामा हमला और IC-814 हाइजैकिंग में भाग लिया था। पाकिस्तान के पॉइंट ऑफ कंट्रोल (PoC) के पास ये आतंकी ठिकाने थे। भारतीय पायलट सुरक्षित लौट आए हैं। सेना ने माना कि युद्ध में नुकसान होता है, लेकिन भारत ने अपनी ताकत दिखाई है। पाकिस्तान ने जवाबी हमला किया, मगर वायुसेना ने उनके F-16 विमान गिराए।
11 मई को हुई वार्ता के बाद दोनों ने युद्धविराम का फैसला किया। जम्मू-कश्मीर में पहली बार शांतिपूर्ण रात बीती। सीमा पर पिछले दिनों जैसी कोई घटना नहीं हुई। लेकिन, पाकिस्तान ने वार्ता के बाद भी गोलीबारी जारी रखी, जिससे सीमा पर तनाव बना रहा। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पाकिस्तानी स्नाइपर्स और जवानों के बीच झड़प की पुष्टि की।
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपना सख्त रुख रखेगा। ऑपरेशन सिंदूर भारत की नई रणनीति का हिस्सा है, जिसमें आतंकियों को सीमा के पार से निशाना बनाया जाता है।
यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के संबंधों में नई दिशा दे सकता है। भारत ने दिखाया कि वह आतंकवाद के खिलाफ सीधे कदम उठाएगा। पाकिस्तान को अब अपनी आतंकवाद नीति पर सोचने का समय है। अमेरिका, रूस और यूरोपीय देशों ने भारत के कदम का समर्थन किया है। पाकिस्तान अभी अलग-थलग पड़ सकता है। हालांकि, सीमा पर अभी भी गोलीबारी जारी है। भारतीय सेना सतर्क है और हर प्रोवोकेशन का जवाब देने को तैयार है।
अंत में, मोदी सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान को साफ संदेश दिया है। आज की वार्ता में युद्धविराम की घोषणा हुई, फिर भी सीमा पर तनाव बना है। भारत की सेना पूरी तरह तैयार है, और अगर आतंकियों या सीमा उल्लंघनों का प्रयास हुआ, तो उसका जवाब दिया जाएगा।


